तू नज़रों का तजस्सुस का तू ही दिल की जुस्तजू 2line attitude shayari,

0
1406
तू नज़रों का तजस्सुस का तू ही दिल की जुस्तजू 2line attitude shayari,
तू नज़रों का तजस्सुस का तू ही दिल की जुस्तजू 2line attitude shayari,

तू नज़रों का तजस्सुस का तू ही दिल की जुस्तजू 2line attitude shayari,

तू नज़रों का तजस्सुस का तू ही दिल की जुस्तजू ,

क़यामत तेरा तग़ाफ़ुल जब भी हो रूबरू ।

 

गर्म रेत् पर होती नहीं है खाली वादे वफ़ा की सुर्खियाँ ,

रख कर लबों पर उँगलियाँ कुछ लिखना ही है तो मोहब्बत लिख दो।

 

है तेरा नूर ओ रहम और करम या मौला ,

तेरे दम से है तहफ़्फ़ुज़ ओ जहान ए जमाल

 

रात की तन्हाईयाँ भी तेरी नज़ाक़त की गुलाम ,

तू चले जिस ओर डाले डोर साँसे दिल को थाम

 

बन गयी बात एक तसब्वुर से ,

वो तेरा छत पे आना चाँद को घूँघट उढ़ाना हाल ए दिल को ताज़ा कर गया ।

 

वही दर्द वही आह का फुवां वही सरगोशी ,

जुदा होकर भी मिलते जुलते से मेरे लहू का क़तरा सा लगते हो ।

 

उन दरख़्तों की शाखों से पूँछो ,

बिन माँ बाप के परिंदों को जिसने पाला है ।

 

राह में दोस्त मिले मुशाफ़िर बनकर ,

फिर उसी राह में मुशाफ़िर ही कभी दोस्त बन जाए नामुमकिन तो नहीं ।

 

मेरे शहर से बस रोज़ गुज़र जाते हैं ,

कोई सामान किसी घर में वो भूले होंगे ।

 

साथ चलने से बस वक़्त गुज़र जाता है ,

वक़्त काटने के लिए बस साथ चलना हो ज़रूरी तो नहीं ।

darawni kahaniya,

धुँधली धूप की कश्तियों के डूबते लंगर ,

सुबह से शाम तलक मेरी दहलीज़ से पूछते हैं तेरा पता जैसे ।

 

मैं खण्डहरों में भी रात का जलता चराग ,

तू महलों में बुझा बुझा दिया क्यों है ।

 

आज़ादी का उड़न खटोला दो नैनो का बना हिंडोला ,

पथिक राह प्यासी मृगतृष्णा फिर क्यों अश्रु बहाये रे ।

 

हक़ीक़ी ए इश्क़ का सुबा ना हुआ ,

रात घुड़ दौड़ में बस शाम ओ सेहर दौड़ रही ।

 

हक़ीक़ी ए इश्क़ के दरूं रात के सिसकते पलछिन ,

तन्हाइयों के चाबुक से चाप पड़ते गिन गिन ।

funny shayari 

रोई बहुत हक़ीक़ी ए इश्क़ से तार्रुफ़ जो हुआ ,

जो तस्वीर कभी तकिये में दबी रहती थी

pix taken by google