पप्पू का रुद्राभिषेक funny political shayari,

0
1248
पप्पू का रुद्राभिषेक funny political shayari,
पप्पू का रुद्राभिषेक funny political shayari,

पप्पू का रुद्राभिषेक funny political shayari,

पप्पू का रुद्राभिषेक , दादा परदादा की सल्तनत ढह गयी ।

सांप की बामी को सपेरों ने घेरा है ।

हलाहल का विषपान करके भोलेनाथ ने तांडव का जमके खेल खेला है ।

शिक्षा कर्मी पर व्यापम रच दिया ,

जो बच गए इस पंचवर्षीय संकट से ।

तो बस फिर पप्पू का फेरा है ,

hindi shayari 

सावन मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी लगन का शुभ मुहूर्त बनके आया है ।

वादों विवादों से प्रतिवादों तक ,

नादों निनादों से शंख नादों तक ।

सजा है फिर स्वयंबर अतिरोचक रमणीयता से ।

कहीं फिर नाग न डस ले , तो फिर नंदी बिचक जाए ।

पप्पू का रुद्राभिषेक पांच वर्ष को फिर न टल जाए ।

चिता की भष्म कम थी क्या जो कोलगेट बनाया ।

फिर मासूम भक्तों को उसमे ज़िंदा जलाया ।

जो बच गए अप्राकृतिक आपदा से लेके अवतार खुद उत्तराखंड बहाया ।

डरे नहीं सहमे नहीं अब भी रुद्राभिषेक होगा ।

जल से फूलों से तिल से ताड़ों से प्रत्येक होगा ।

चढ़े बली पर बली चाहे जितनी चढ़ जाए ,

प्रत्यंचा तन गयी गर धरा से गगन तक मुण्डमाल लग जाए ।

कथनी है कथन है होकर के रहेगा ,

अगले पंचवर्षीय में अपना पप्पू भी घोड़ी में चढ़ेगा ।

टी टेबल से नदारद हैं किस्से सुकून ओ सुखन वाले ।

रंगकर्मियों की वफाओं के किस्से हर रोज़ छपते हैं ।

ताज़ा तरीन सब्ज़ियों की रंग ओ बू नहीं मिलती ।

इश्तेहार ए नमूने ताज़ी वादियों के सफ़हे सफ़हे में छपते हैं ।

कोना कोना सुर्ख लाल बिम्ब रहता है ।

साहेब की ज़ोरूओं के साथ ड्राइवर हर रोज़ भगता है ।

वर वधू के एड में बस लाले ही लाले हैं ।

कुँवारे बाप माएँ लड़के लड़कियाँ हर रोज़ बनने वाले हैं ।

खुशियों का एक कॉलम एस्ट्रोलॉजी का होता है ।

पढ़ के दावत के लालच में भूखा घर से मुन्ना निकलता है ।

किसी की अन्तयोदशी किसी की ग्रहदशा जो बिगड़ी है ।

डॉयल करें एक सौ चार बाबा फोटू में बाँधे पगड़ी है ।

नुस्खे मिलते हैं लाइलाज़ रोगों की दवाएँ मिलती हैं ।

यही पेपर के माध्यम से चांदसी दवाखानो में भीड़ बढ़ती है ।

खबर मिलती नहीं है पृष्ठ से ऐनक हटा लो ।

image shayari 

पृष्ठ प्रथम के लाइन की कॉलम को दसवें पर उतारो ।

गिलास भर पानी के साथ गरम गरम चाय भी गुटक डाली होगी ।

जल गयी होगी भट्ठी पेट की गुसलखाने की याद भी आ रही होगी ।

अच्छा हम चलते हैं विश्राम लेते हैं ।

आप अपने घर में बोलें नेक्स्ट कोई टी टेबल का पेपर सम्हाले ।

pix taken by google