बर्बादी का आलम ये बेसबब ही नहीं है hindi shayari ,

0
1639
बर्बादी का आलम ये बेसबब ही नहीं है hindi shayari ,
बर्बादी का आलम ये बेसबब ही नहीं है hindi shayari ,

बर्बादी का आलम ये बेसबब ही नहीं है hindi shayari,

बर्बादी का आलम ये बेसबब ही नहीं है ,

जिसे ख़ुदा समझा था मोहब्बत का वो बेवफ़ा मेहबूब ए ख़ुदा से कम भी नहीं है ।

 

आगाज़ ए मोहब्बत तो पुरज़ोर किया ,

अंजाम ए मोहब्बत का रंग फिर क्यों फ़ीका पड़ गया ।

 

ज़माने की दहलीज़ पर भटकती ,

रूह भी आख़िर चैन की नींद खुद की क़ब्र में ही पाती है ।

 

मीत जो थे मनमीत मेरे अब ख़्वाब मेरे बस ख़्वाब तेरे ,

जो प्रीत लिखे क्या खूब लिखे जो रीत कहे वही गीत लिखे ।

sad shayari

हाय उनके उफ़ ने तो जान ही निकाल दी अपनी ,

वो बार बार मुड़ के देखते रहे गोया हम दिल लिए गिरते सम्हलते रहे ।

 

सुकून ए रूह फ़नाह होने पर ही मिलता है ,

गोया फिर बूँद बनके तेरे गेसुओं में दिल भटकता क्यों है ।

 

यादों के सूखे दरख़्त से कुछ पत्ते गिरे मिले ,

सीने में दबी आग से फिर दिल के ज़ख्मों को सेंक लूँ।

 

बड़ी गर्माहट है तेरी यादों में ,

ख्यालों के अलाव से भी दिल जलता है ।

 

ठण्ड के भोर में भी प्रकृति के स्पर्श की गर्माहट महसूस होती है ,

हसीं वादियों में भी जब तेरी यादों की तलब होती है ।

 

बड़ा मासूम सा रिश्ता रखता है वो तन्हाई से ,

मुस्कुराता है जब चैन से सोता है वो ।

 

जमाल ए यार कमाल करते हो ,

करते हो प्यार ख़ुद और हमसे सवाल करते हो ।

 

मचती है हाय तौबा सर ए बाज़ार जब ये मतवाली आँखें करती हैं मदहोश ,

बोलती बहुत हैं ये बेज़बान बेशर्म आँखें ।

 

उछलती गिरती पड़ती सम्हलती ,

तब कहीं सिक्के का एक पहलू दिखाती है ज़िन्दगी ।

 

चंद सिक्के यादों के डाल के ,

हम सारी रात गुल्लक खनखनाते हैं ।

 

काश तुम होते तो न ये ग़म होते ,

आँख नम होती न सफहों के लफ्ज़ दर लफ्ज़ पुर्नम होते ।

2line attitude shayari 

सहेली पर नज़र रखते हैं बात आपसे करते हैं ,

ताकि आपका भी दिल लगा रहे ऐसे जज़्बात नज़र करते हैं ।

pix taken by google