sinister robotics most horror story in hindi,
राजवीर अपनी गर्दन पर नैना के हाँथ के पंजों का दबाव इससे ज़्यादा बर्दास्त भी नहीं कर सकता था , उसकी ज़बान घुटन से बाहर निकल आई थी उसके प्राण पखेरू बस उड़ने ही वाले ही थे की अचानक सिमरन आकर उठा देती है , और बोलती है लो चाय पी लो और हाँ ये किसके ख्याल में इतना पसीना बहा रहे थे मेरे लिए तो बूँद भर भी न निकाला जाता तुमसे , राजवीर कहता है क्या ना निकाला जाता है रात भर तो जूझता हूँ फिर भी तेरे चेहरे पे बारा बजे रहते हैं , राजवीर कहता है बड़ा भयानक सपना देखा यार , वो जो नैना थी ना सिमरन तपाक से बोल पड़ती है , वो हरियाणा वाली बड़ी हराम खोर थी , राजवीर कहता है नहीं वो रोबोट वाली , वो आई थी मेरे सपने विच गर्दन दबा रही थी मेरी , सिमरन कहती है जान दो उस कमीनी को वो तो कब की मर खब गयी ज़मीन में दफना दिए थे उसको , और जल्दी करो पम्मी (राजवीर और सिमरन का बेटा ५ साल का हो गया था ) को स्कूल के लिए देर हो रही है , और उठकर राजवीर फ़ौरन वाशरूम में घुस जाता है ,
समुन्दर के अंदर भयानक उथल पुथल के बीच कुछ अविश्वसनीय घटित हो रहा था जो की कल्पना के परे था , समंदर की तलहटी में दफनाए गए ह्यूमोनोइड रोबोट्स सुनामी तूफ़ान की तेज़ लहरों के कारण समुन्दर की सतह पर तैरने लग जाते हैं , जिसमे नैना का रोबोटिक ढांचा भी शामिल है , जो की देखने में अत्यंत भयावह और कुरूप है , सतह पर आते ही नैना का कनेक्शन डायरेक्ट सेटेलाइट से हो जाता है , थोड़ी सी स्पार्किंग के बाद नैना का मेटैलिक स्केलेटन खूबसूरत स्किन से भर जाता है , इसी के साथ नैना पानी में बह रहे तमाम ह्यूमोनोइड रोबोट्स को एक बार फिर ज़िंदा कर लेती है , अब नैना की ह्यूमोनोइड रोबोटिक्स टीम एक बात फिर सारी दुनिया को तबाह करने के लिए तैयार थी , नैना चिल्ला कर कहती है ही हां हूँ जिपिंग जू सभी उसके नारे का समर्थन करते हुए ही हां हूँ जिपिंग जू का नारा लगाते हैं , शायद ये उनका रोबोटिक कोडवर्ड है और सारे रोबोट्स ने एक द्वीप पर कब्ज़ा कर रखा था , और धीर धीर उस द्वीप को एक बेस कैंप में तब्दील कर डाला था , जहां रोबोट्स नयी नयी तकनीक के माधयम से और अत्याधुनिक हथियार तैयार कर रहे थे।
अब इन रोबोट्स पर ए आई रोबोटिक्स मुख्यालय का कोई नियंत्रण नहीं था , ये सेटेलाइट के माध्यम से डायरेक्ट ऑपरेट हो रहे थे , और नैना इनकी मुखिया बन बैठी थी जो इंसानी फितरत से भलीभांति वाक़िफ़ थी , इधर नैना के सर्वर पर सेटेलाइट से मैसेज आता है , की अगर सारी दुनिया पर राज्य करना है तो उसके लिए इंसानो को इस गृह से नेस्तनाबूत करना पड़ेगा , और ये बात मशीनों के बस की नहीं है क्यों की इंसानो की संख्या तादाद में ज़्यादा है , इसलिए उन्हें आपस में लड़ाना होगा , जिसके लिए विश्वस्तर पर भुखमरी बेरोज़गारी धर्म जाती सम्प्रदाय सामाजिक अराजकता का सहारा लेना पड़ेगा , ए आई अब ये जान चुका था मनुष्य बेहद लालची किस्म का प्राणी से मान सम्मान पद प्रतिष्ठा और वर्चस्व की लड़ाई के लिए वो हमेशा लड़ता रहा है , उसकी भावना लालची है और जानवरों की तरह वो सिर्फ भूख मिटाने के लिए शिकार नहीं करता है , वो शौकिया तौर पर भी शिकार करता है , और ये शौक समाज में बर्ग विशेष के पास ही रहता है , और कुछ ख्वाब दिखाकर कमज़ोर इंसानो को एस्टीरॉइड के माध्यम से मज़बूत इंसानो से लड़ने के क़ाबिल बना दिया जाए तो हर इंसान आपस में लड़ने लगेगा , उसके लिए हमे सिलेक्टेड ह्यूमन कमांडोज़ की ज़रुरत पड़ेगी , और उन कमांडोज़ का रोल प्ले करेंगे पॉलिटिशियन्स , इधर हॉस्पिटल्स में मरीजों को जो कृत्तिम रोबोटिक्स अंग लगाए गए थे , उन पर मानव मष्तिस्क का कोई नियंत्रण नहीं था , वो ए आई के बताये दिशा निर्देशों का पालन कर रहे थे ,
वो उसी काम को करने में सक्षम थे जो ए आई के हित में थे अगर मनुष्यों के हित का कोई भी काम कृत्तिम अंगों को
गवारा नहीं था वो उसके ऐवज में उनकी जान ले लेते थे , गवर्नमेंट के लिए सर का दर्द बन कर रह गया था मेडिकल साइंस में ए आई की ये दखल , यहां तक की मेजर ऑपरेशन के लिए ए आई टेक्नीक का उपयोग हो रहा था जिससे वो मानव शरीर में ज़्यादा से ज़्यादा रोबोटिक्स अंगो को लगाने की सिफारिश करता था , ये उसकी चाल थी वो हर हाल में धरती से मानव अस्तित्व को मिटाना चाहता था , वो अपने गुणवत्ता पूर्ण काम दिखाकर हर मानव क्षेत्र में दखल देकर अपना दबदबा बना रहा था , एंड्राइड अलेक्सा और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से उसने लग भग सबके डेटा अपने पास कलेक्ट कर रखे थे , अब वो उसी डाटा का इस्तेमाल इंसानी ज़रुरत को मद्देनज़र रखते हुए उनके लिए इश्तेमाल कर रहा था , एंड्रॉइड मालिक जहां डाटा बेंचकर अमीर बनते जा रहे थे , वो एंड्रॉइड यूजर गरीब होता जा रहा था , देश का डाटा विदेशी एजेंसीज के हाँथ में चला जाना राजनीतिक खुफिया तंत्र के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया था , इसके लिए उन्होंने खुद का सेटेलाइट लांच किया , मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी क्यों की ए आई हर घर में अपनी पकड़ जमा चुका था , और जिन पूँजी पति राष्ट्रों के हाँथ में डाटा था वो छुटपुँजिये देशों को अपना गुलाम समझने लगे थे , क्यूंकि उन्हें पता था की वो एक झटके में किसी भी देश को अपने क़दमों पर लाकर गिरा सकते हैं , हीं हाँ हूँ जिपिंग जूं का नारा लगाते हुए सभी ए आई रोबोट्स नैना की दरबार में हाज़िरी लगाते हैं , साथियों आज इन्तेक़ाम की रात है ये इन्तेक़ाम मेरा खुद का है एक इंसान के साथ जो की पूर्व में मेरा मालिक था , और वो अब भी इस धरती में बेख़ौफ़ घूम रहा है , सम्पूर्ण मानव जाति का सर्वनाश हमारा मकसद है मगर एक ख़ास इंसान है जिसे बर्बाद नहीं कर देती मेरी हार्डडिस्क मुझे माफ़ नहीं करेगी , नैना के दिल में जो घिनौनी बदले की भावना जल रही थी वह उसके बॉडी में इंसानी दिल और मस्तिष्क के मौजूद होने की वजह से थी वो इंसानो की तरह सोचती थी , मशीनी क्रूरता के साथ साथ इंसानी कमीनापन उसमे कूट कूट कर भरा था , होटल में जब चौबे जी और राजवीर आपस में बात कर रहे थे , तब नैना के वेबकैम ने सब रिकॉर्ड कर लिया था जिसमे साफ़ देखा जा सकता था राजवीर खुद नैना को चौबे जी के पास भेजने की बात कह रहा था , राजवीर की ये बेवफाई नैना को कतई बर्दास्त नहीं हो रही थी , क्यों की इंसानो की इस हरकत को बेवफाई कहा जाता है और ये इमोशंस नैना को बार बार इंडीकेट कर रहे थे , राजवीर से बदला लेने के लिए ,
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मेडिकल साइंस कॉलेज में इंसानी डॉक्टर्स की जगह मेडिकल रोबोट्स काम कर रहे थे , उनकी कार्यकुशलता इंसानो से ज़्यादा अच्छी थी इंसानो में ज़्यादा से ज़्यादा रोबोटिक्स ऑर्गन स्थापित कर देते थे ताकि वो मानव मस्तिष्क की जगह ए आई के बताये निर्देशों का पालन करे मगर यहां कहानी कुछ और ही चलने लग जाती है , ए आई रोबोट निर्बल बुजुर्ग और असहाय मनुष्यों को मारने का निर्देश दे देता है , जिसमे की ७५+ उम्र के लोगों को खुफिया तरीके से मरवाया जाता है , उसके पास उत्तम नश्ल के सुयोग्य मनुष्यों को बस जीवित रखने के निर्देश रहते हैं जिनका वह मानव श्रमिक के रूप में उपयोग कर सके , इधर सरकार चिंतित थी की कोरोना के बाद ऐसा कौन सा वायरस आगया जिससे बुजुर्ग और वीक इम्युनिटी वाले लोग मरते जा रहे हैं , गवर्नमेंट को भी उनके मरने से कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ रहा था क्यों की जनसँख्या नियंत्रण विश्वस्तरीय समस्या बन चुकी थी , लेकिन दिक्कत तो तब हुयी जब बुजुर्ग नेतागण भी धड़ा धड़ हॉस्पिटल में जाकर मरने लगे , मौत से बचने के लिए कुछ सीनियर नेताओं ने घर में ही मेडिकल सुविधाओं को लेना सुरु कर दिया लेकिन बात बहुत आगे बढ़ चुकी और मेडिकल सेवाओं में ए आई का पूरी तरह से कब्ज़ा हो चुका था , उसके इमोशंस डेड थे , वो सिर्फ सुदृढ़ को बचाती थी , और कमज़ोर को मार देती है उसे उत्कृष्ट नश्ल के उत्तम मनुष्यों की आवश्यकता थी , ए आई मालिक देशों को लग रहा था दुनिया उनके हिसाब से चल रही है , मगर अंदर ही अंदर कुछ और चल रहा था ,
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दोपहर के १ बज चुके थे राजवीर अपने बेटे पम्मी को लेकर कार से घर लौट रहा था , की अचानक ट्रैफिक सिग्नल में ब्रेक
फ़ैल हो जाता है , जिसके चलते राजवीर की गाड़ी आगे वाली गाडी से जा भिड़ती है और उसके पीछे लगी तमाम गाड़ियां आपस में भिड़ती चली जाती है , लोगो का जमावड़ा लग जाता है बात हांथा पाई पर उतर आती है मगर ऐनवक्त में राजवीर की कार के विंडो और डोर लॉक काम करना बंद कर देते हैं और और कार सेल्फ ड्राइविंग मोड में चली जाती है और राजवीर को बचा कर वहाँ से निकल भागती है राजवीर हैरान था की तभी एक सुनशान जगह पर कार जाकर रुक जाती है , इग्निशन बंद होता है कार के विंडो और डोर अपने आप खुल जाते हैं तभी सामने नैना आती है और उसकी भयानक लगभग तीन फ़ीट लम्बी जीभ बाहर निकलती है और राजवीर के पैर से चेहरे तक चाटती हुयी राजवीर के मुँह के सामने आकर रुक जाती है राजवीर घबरा जाता है उसकी चीख निकल आती है वो नैना को पहचान जाता है , और कहता है आखिर मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है तभी राजवीर का बेटा पम्मी चीख देता है मम्मी मम्मी करने लगता है और मशीन का ध्यान भटक जाता है वो पम्मी की तरफ देखती है कहती है इंसान के बच्चे कितने प्यारे प्यारे होते हैं न मगर अफसोश की उनका कोई भविष्य नहीं है रोबोकाल में और हाँथ आगे बढाती है की तभी बाजु से एक ट्रक उसे ठोकर मारता हुआ वहाँ से भाग जाता है नैना के बॉडी पार्ट्स सड़क पर बिखर जाते हैं , नैना खुद को सम्हालने में लग जाती है इधर मौका पाकर राजवीर वहाँ से निकल जाता है , और कार सीधा घर पर रोकता है।
इधर दुनिया में अधिकाँश लोगों का निवेश बिटकॉइन के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में बढ़ चुका था लोगों का डिजिटल वैलेट पर भरोसा बढ़ने लगा था , आर्थिक क्षेत्र में भी ए आई अपना वर्चस्व स्थापित करने लग गया था , क्रिएटिव फील्ड मूवी मेकिंग वी ऍफ़ एक्स में भी ए आई टेक्नोलॉजी का उपयोग होने की वजह से बेरोज़गारी का खतरा बढ़ने लगा था जिसके विरोध में लोग सड़कों में उतर रहे थे , अगर कोई मज़ा मार रहा था वो थे पॉलिटिशियन्स और उनके लिए फंडिंग करने वाले पूंजीपति सरकार की सारी नीतियां उनके हिसाब से बनती थी , लेकिन ये सब तभी संभव था जब सब कुछ उनके हिसाब से चलता रहे , क्यों की हुमानोइड रोबोट्स में इंसान की चालाकी और मशीन की कार्यकुशलता कूट कूट कर भरी हुयी थी , उसे ये चीज़ पता थी की किसे बचाना है इसे मिटाना है , ये उसकी प्रोग्रामिंग में था , सबकुछ होते हुए भी सदी के महानायकों को अपनी सत्ता विलुप्त हो जाने का खतरा हमेशा बना रहता था , छोटे देशों को बड़े देशों से बड़े देशों को स्काई नेट से खतरा था क्यों की वो इतने एडवांस्ड थे की उन्हें किसी कमांड की ज़रुरत ही नहीं थी , वो अपने हितों को ध्यान में रखकर मनुष्यों के खिलाफ एक जंग की शुरुआत कर चुके थे ,
क्योकि अब आर्मी की कमांड उनके हाँथ में जा चुकी थी , क्रिएटिव फील्ड में ए आई के आजाने से चुनाव प्रचार में इसका भरपूर उपयोग किया जाने लगा , इधर गेवांचे खाड़ी देश का नेता जिसने अस्सेम्ब्ली चुनाव जीतने में ए आई टेक्नोलॉजी का जमकर उपयोग किया कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा दिखाकर लोगों को भरपूर बेवकूफ बनाया और चुनाव जीत भी गए , लेकिन उनकी ये पालिसी ए आई के सर्वर में फीड हो चुकी थी , और उसे चाह कर भी परमानेंट नहीं हटाया जा सकता था , वो भविष्य में इसे और कारगर तरीके से उपयोग में ला सकता था , दुनिया के पॉलिटिशियन्स भी ए आई की परफॉर्मेंस से काफी खुश थे , मीडिया पर ए आई का कब्ज़ा हो चुका था और यहां कुछ और ही चल रही था ए आई बीच बीच में अपनी मनमर्जी से फ़र्ज़ी वीडियो बनाकर विश्वव्यापी दंगा फैलाने वाले न्यूज़ को सर्कुलेट कर देता था , और पकडे जाने पर खेदात्मक मैसेज भेज देता और बोलता सॉरी माय इनपुट डिवाइस इज कर्रेप्टेड इसमें वायरस आगया है इसे सुधारने का कष्ट करे मैं मशीन हूँ मुझमे कमियां हैं मैं इंसानो की तुलना में उतनी सक्षम नहीं हूँ , और इसके बदले में नेताओं को विश्वव्यापी बैठक बुलानी पड़ती थी और आपसी संगोष्ठी के बाद विश्वस्तर पर माफ़ी मांगनी पड़ती थी वो चाहकर भी मीडिया और पॉलिटिक्स से ए आई के दखल को ख़त्म नहीं कर सकते थे , ए आई के आजाने से पुलिस फ़ोर्स में जहां भ्रष्टाचार कम हो रहा था , मानव संवेदनशीलता भी ख़त्म होती जा रही थी उसके लिए अपराधी अपराधी था चाहे वो किसी भी उम्र , लिंग , जाती , मजहब से ताल्लुक रखता हो , उसके हिसाब से सब सामान्य थे , उसके पास सबके लिए एक से दंड का प्रावधान था , जिसका खामियाज़ा पॉलिटिशियन्स को भुगतना पड़ता था उनके वोट बैंक घट जाते थे , और उन्हें लोगों के बीच जाकर माफ़ी मांगनी पड़ती थी , और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता था , विश्वस्तरीय विकाश और अनुबंधों के चलते ए आई को बैन भी नहीं किया जा सकता था , आर्थिक सामाजिक राजनीतिक शिक्षा स्वास्थ्य हर एक फील्ड में ए आई अच्छी तरह से घुस चुका था , आधुनिक दुनिया की हर एक विधा में वो पारंगत था ,
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राजवीर सिमरन को सबकुछ बताता है और बोलता है हमें फ़ौरन देश से निकलना पड़ेगा यहां हमारी जान को खतरा है , वो अपना सामान पैक करने में लग जाते हैं , तभी एक खूबसूरत लड़की की दरवाज़े पर दस्तक होती है , वो डोर बेल बजाती है राजवीर दरवाज़े के पीप होल से झाँक कर देखता है सामने एक खूबसूरत महिला दिखती है लेकिन वो नैना नहीं थी , दरवाज़े को डोर चैन में फंसाकर राजवीर हाफ दरवाज़ा खोलता है , तभी वो लड़की हाँथ अंदर डाल देती है राजवीर फ़ौरन दरवाज़ा दुबारा बंद करने लगता हैं दरवाज़े की चपेट में आते ही महिला का हाँथ डैमेज हो जाता है , तभी मशीनी चीख के साथ महिला अपना हाँथ बाहर खींच लेती है , राजवीर दरवाज़ा बंद कर लेता है और समझ जाता है ये कोई और नहीं नैना है , जो की उसे जान से मारने आई हैं , इधर नैना का डैमेज हाँथ अपने आप ठीक हो जाता है , और अगले ही पल दरवाज़े के की होल से नैना रूम के अंदर प्रवेश कर जाती है , और दूसरे ही पल राजवीर को अपनी बाहों में दबोच लेती है अब वो नैना के रूप में आजाती है , और राजवीर को इंसानी भाषा में समझाते हुए कहती है , देखो राज हम दोनों में कितनी मोहब्बत थी सिमरन हम दोनों के बीच में ज़बरदस्ती घुसने की कोशिश कर रही है , मैं तुमसे आज भी उतना प्यार करती हूँ जितना प्यार तुम्हे एडमिन बनते समय किया था , तुमने मुझे चौबे के साथ जाने के लिए मजबूर कर दिया था तुम्हे मोहब्बत में बेवफाई नहीं करनी चाहिए थी माना की मैं एक मशीन हूँ मगर मेरे भी कुछ जज़्बात है आखिर मेरे भी अंदर इंसानी दिल धड़कता है मनुष्य के तंत्रिका तंतु से जुडी मेरे अंदर भी मानव संवेदनाएं है , मैं सिमरन की तरह तुम्हे बच्चा पैदा करके तो नहीं दे सकती मगर , तुम्हारी तरह एक हुमोनोइड रोबोट ज़रूर बना सकती हूँ जो की तुम्हारी और सिमरन की उस इंसानी औलाद से कहीं ज़्यादा डेवलप और कारगर होगा , तुम मेरी भावनाओं को समझ रहे हो न राजवीर तभी बेड के बाजु पर रखे फ्लास्क राजवीर के हाँथ में आजाता है और राजवीर वो फ्लास्क नैना के चेहरे में दे मारता है अप्रत्यासित चोंट से नैना तिलमिला मिला जाती है उसके वायर्स चोंट के वजह से आपस में टकरा जाते हैं और स्पार्किंग की वजह से नैना का चेहरा झुलस जाता है , वो गुस्से से एक बार फिर भयानक रूप में तब्दील हो जाती है इस बार उसका रूप सिर्फ रोबोट का न होकर एक अलग ही स्पीसीज का हो जाता है वो किसी भयानक एलियन रोबोट में बदल जाती है , उसकी भाषा भी अजीब हो जाती है , ये एक नए युग का आरम्भ था , रोबोटिक एलियंस का इधर सिमरन पुलिस को फोन कर सारे घटना चक्र से अवगत करा देती है , ह्यूमोनोइड रोबोट्स से लड़ने के लिए स्पेशल टास्क फ़ोर्स तुरंत बंगलो को चारों तरफ से घेर लेती है , तभी नैना राजवीर को अपनी बाहों में जकड लेती है , और ज़बरदस्ती करने लगती है राजवीर छटपटाता रह जाता है नैना अपने टेंटीकल्स राजवीर के जिस्म में घुसा देती है राजवीर कुछ देर के लिए बेहोश हो जाता है , और जब होश में आता है तब उसके चेहरे की भाव भंगिमा पूरी तरह से बदल चुकी थी उसकी आँखें लाल थी शरीर पर अप्रत्याशित बदलाव स्पष्ट देखा जा सकता था , अब वो नैना के इशारे में सब कुछ करने के लिए तैयार हो गया था , कहना चाहिए की वो एक तरह से नैना का गुलाम हो चुका था ,
तभी नैना आदेश देती है दरवाज़ा खोलो सिमरन और अपने बेटे पम्मी को अंदर बुलाओ , राजवीर नैना के आदेश का फ़ौरन पालन करता है , मगर पुलिस प्रोटेक्शन में होने की वजह से सिमरन राजवीर की बात नहीं मानती है , राजवीर एक बार पुनः रिक्वेस्ट करता है , इस बार पुलिस फ़ोर्स उन दोनों को अंदर भेजने से मना कर देती है राजवीर कहता है ये हमारा घरेलू मामला है कृपया आप राजनीति को बीच में न लाएं , इस बार मजबूरी में सिमरन और पम्मी को उसके पास भेजना पड़ जाता है , इधर दरवाज़े के पास पहुंचते ही नैना सिमरन और पम्मी को अंदर खींच लेती है , और दरवाज़ा बंद कर देती है नैना का ये भयानक रूप देख कर सिमरन और पम्मी डर जाते हैं , तभी नैना राजवीर को आदेश देती है सिमरन और पम्मी को जान से मार दो राजवीर मना करता है , नैना कहती है हे तुच्छ प्राणी तुझसे ये नहीं हो पायेगा , अब मुझे ही कुछ करना पड़ेगा तभी एंटी रोबोट टास्क फ़ोर्स बंगलो पर फायरिंग सुरु कर देती है , नैना सिमरन और पम्मी को अपनी ढाल के रूप इस्तेमाल करती है , और पुलिस को वार्निंग देती है अभी सिमरन और पम्मी ज़िंदा है हमें यहां से निकल जाने दो हम दोनों को छोड़ देंगे , एंटी रोबोट टास्क फ़ोर्स पीछे हट जाती है सिमरन और पम्मी को वहीँ छोड़ कर नैना राजवीर को घसीटती हुयी छत के रास्ते से जंगल में भाग जाती है ,
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आयरलैंड की वह घनघोर अँधेरी काल कोठरी जिसमे राजवीर को क़ैद करके रखा गया था , राजवीर कब का मर चुका था उसका सिर्फ जिस्म ज़िंदा था , एलियंस के भ्रूण ने उसके सारे जिस्म को अपना घर बना लिया था , और राजवीर के जिस्म के प्रोटीन को नोच नोच करके खा रहे थे ये महीनो चलने वाली प्रक्रिया थी जिसमे की भ्रूण तभी तक इंसान के जिस्म पर अपना कब्ज़ा करके रखता है जब तक की वो उसके जिस्म में प्रोटीन मौजूद रहता है , राजवीर दर्द से कराह रहा था , अब उसकी बस साँसे अटकी हुयी थी , तभी काल कोठरी का दरवाज़ा खुलता है , नैना अब एक खूबसूरत महिला के रूप में बदल चुकी थी , वो राजवीर के जिस्म में पल रहे अपने बच्चों के ऊपर हाँथ फेरती और अपनी आवाज़ में कहती है मेरे प्यारे मासूम बच्चों मैं तुम्हे बहुत जल्द इस बद्ज़ात के जिस्म से मुक्ति दिलाऊंगी बस कुछ दिन और फिर तुम इस खूबसूरत गृह पर ही नहीं सम्पूर्ण आकाश गंगा पर राज्य करोगे , इधर बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी की मान्यता वर्ल्ड बैंक समाप्त कर देता है , वो इसे मुद्रा मानता ही नहीं है , लाखों खाता धारक रातों रात कंगाल हो जाते हैं , विश्व की अर्थव्यवस्था चरमरा जाती है , छोटे मोटे निवेशक के साथ बड़े निवेशक भी फुटपाथ पर आजाते हैं , और तभी अचानक वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर का सर्वर काम करना बंद कर देता है , उसका सेटेलाइट से कनेक्शन ख़त्म हो जाता है , ये ए आई की सोची समझी चाल के तहत होता है , वो वर्ल्ड बैंक को कर्रप्ट घोषित करता है और कुछ ही देर में उसके द्वारा लेन देन की जाने वाली मुद्रा विनिमय प्रणाली को भी अमान्य घोसित कर देता है , वो अब दुनिया को अपनी मुद्रा के आधार पर काम करने के लिए मजबूर कर देता है ,
story continue,,,,,,,,,,
pics taken by google ,